Thursday, October 5, 2017

लोकतंत्र का मुलजिम

Click Image Source



लोकतंत्र का
असली मुलजिम पकड़ा गया
खेत में हल जोतते
ठेला पर लहसुन पियाज बेचते
रिक्सा चलाते
सीमेंट बालू जोड़ते
मुलजिम जकड़ा गया

इसी ने दुबारा दिया भोट
छब्बे बिधायक को दू पाकिट ठर्रा के बदले
दुबारा जीतकर बिधायक ने
ऊठवा लिया तिरभुवन पतरकार को
और घोर के पी  गया
झुल्लन की गबरू जवान बिटिया को !
एफाईआर भी नहीं लिखा गया थाने में,
छब्बे बिधायक भी क्या करता
मुलजिम ने​ दिया था भोट
बनाया था माननीय

लेकिन आज पकड़ा गया !
सड़क के किनारे
बड़ी गोल वाली पाइप में गांजा पीते हुए 
जड़ें लोकतंत्र की 
और हुयी गहरी ! 

No comments:

Post a Comment